PM मोदी ने किया ‘वर्ल्ड फूड इंडिया’ का उद्घाटन, बनेगी 800 किलो की खिचड़ी

नई दिल्ली । खिचड़ी का स्वाद जल्द ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो सकता है। दिल्ली में शुरू होने वाले वर्ल्ड फूड इंडिया में 800 किलो की खिचड़ी बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की भी कोशिश होगी। दिल्ली में दुनियाभर के खानपान का महाकुंभ लगने के लिए तैयार है।

3 से 5 नवंबर तक चलने वाले वर्ल्ड फूड इंडिया में दुनियाभर में खाने पीने से जुड़ी कंपनियां अपने बेहतरीन व्यंजनों का प्रदर्शन करेंगी। लेकिन सबके आकर्षण का केंद्र खिचड़ी होगी जिसे मशहूर शेफ संजीव कपूर बनाएंगे।इस खास खिचड़ी को बनाने के लिए 7 फीट गहरी और 1 हजार लीटर क्षमता वाली कड़ाही का इंतजाम किया गया है। इस खिचड़ी को अक्षय पात्र फाउंडेशन के जरिए गरीब बच्चों में बांटा जाएगा।

800 किलो खिचड़ी बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की भी कोशिश होगी। पहली बार फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को लेकर अंतर्राष्ट्रीय मेले में भारत के अलग-अलग राज्यों से 6 हजार से भी ज्यादा लोग और कंपनियां हिस्सा लेंगे। इसमें 9 सेमिनार होंगे और 20 देशों के खानपान का प्रदर्शन होगा।

वर्ल्ड फूड इंडिया 2017 का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को वर्ल्ड फूड इंडिया 2017 का उद्घाटन किया। फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में निवेश बढ़ाने के उद्देश्य से पहली बार भारत इस तरह के किसी कार्यक्रम की मेजबानी कर रहा है। वर्ल्ड फूड फेस्टिवल के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज विश्व की सबसे तेज उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। एक दिन में लाखों यात्री भारत में ट्रेन में खाना खाते हैं।

भारत के कारोबारी माहौल में सुगमता

भारत में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के पोटेन्शल ग्राहक मौजूद हैं। इसके बाद ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ पर विश्व बैंक की रिपोर्ट में भारत की रैंकिंग में हुए शानदार सुधार का भी जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि भारत में अब व्यापार करना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है। भारत जीएसटी और अन्य आर्थिक सुधारों की वजह से भारत के कारोबारी माहौल में सुगमता आई है। हम अपने गांवों को डिजिटल कनेक्टिविटी से जोड रहे हैं जिसके लिए एक समय तय किया गया है।

किसानों की आय दोगुनी करना

ये मेला तीन दिन तक चलेगा। इस मेले का आयोजन खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है। इसका लक्ष्य खाद्य अर्थव्यवस्था में परिवर्तन और भारत को पसंदीदा निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित कर व वैश्विक खाद्य प्रसंस्करण उद्योग का सोर्सिंग हब बनाकर किसानों की आय दोगुनी करना है। जिसके लिए वैश्विक निवेशकों समेत प्रमुख फूड कंपनियों के प्रमुख इस मेले में भाग ले रहे हैं।

इटली और नीदरलैंड फोकस देश

भारत सरकार ने एक बयान जारी करके कहा है कि, ‘भारत को खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में 10 अरब डॉलर का निवेश मिलने की उम्मीद है, जिससे अगले पांच सालों में 10 लाख रोजगार पैदा होंगे।’ इस मेले में 30 देशों की 200 कंपनियां शामिल हो रही हैं। इसमें जर्मनी, जापान और डेनमार्क भागीदार देश हैं, जबकि इटली और नीदरलैंड फोकस देश हैं।

News Source: jagran.com

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