कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड कटेगरी में आईसीआईसीआई प्रू रेगुलर सेविंग फंड का बेहतर रिटर्न

मुंबई- अग्रणी म्यूचुअल फंड कंपनी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड के रेगुलर सेविंग फंड (आरएसएफ) ने सिस्टेमेटिक विथड्राल प्लान (एसडब्ल्यूपी) में बेहतर रिटर्न दिया है और इसने निफ्टी 50 हाइब्रिड को पीछे छोड़ दिया है।

 

आंकड़ों के मुताबिक यह फंड मध्यम स्तर के जोखिम वाले निवेशकों के लिए इक्विटी में बेहतर फंड साबित हुआ है और इसे पहले आईसीआईसीआई प्रू एमआईपी 25 के नाम से जानते थे और यह कंजरवेटिव हाइब्रिड फंड कटेगरी में आता है। यह फंड मूलरूप से ऋण प्रतिभूतियों और मनी मार्केट संसाधनों के इक्विटी में निवेश करता है। सेबी के नियमों के मुताबिक कुल परिसंपत्ति का इक्विटी में 10-25 फीसदी निवेश करता है जबकि बाकी ऋण प्रतिभूतियों में करता है। ऋण प्रतिभूतियों में ज्यादा अलोकेशन इसके मूलधन की वृद्धि में मदद करता है और साथ ही जोखिम भी कम होता है। जबकि इक्विटी में कम अलोकेशन इसके ज्यादा रिटर्न में मदद करता है।

 

आंकड़े बताते हैं कि इस फंड ने 3 साल में 11.53 फीसदी का रिटर्न दिया है, जबकि निफ्टी हाइब्रिड कंपोजिट डेट ने 9.13 फीसदी का रिटर्न दिया है। जो निवेशक रिटायरमेंट के करीब होते हैं या फिर नियमित आय की उम्मीद में रहते हैं वे रिटायरमेंट राशि का कुछ हिस्सा इस फंड में एसडब्ल्यूपी के लिए लगा सकते हैं। एसडब्ल्यूपी आपको म्यूचुअल फंड स्कीम से हर महीने या किसी समयावधि पर आपकी जरूरत के मुताबिक राशि निकालने की सुविधा देता है। लेकिन यह याद रखें कि ऋण प्रतिभूतियों में निवेश पूरी तरह से जोखिम मुक्त नहीं होता है क्योंकि यह फंड बाजार से जुड़ी ऋण प्रतिभूतियों में निवेश करता है। इसलिए इसमें पूंजी के नूकसान की संभावना रहती है और आपको रिटायरमेंट का कुछ हिस्सा ही ऋण प्रतिभूतियों में निवेश करना चाहिए।

 

यह फंड मल्टी कैप का नजरिया अपनाता है और इसने बाजार के मंदी में भी ऊंचा रिटर्न दिया है और लेकिन तेजी के बाजार में नियंत्रित रिटर्न दिया है। ऋण प्रतिभूतियों में यह फंड मूलरूप से सरकारी प्रतिभूतियों और कॉर्पोरेट बांड में निवेश करता है। लंबे समय में पूंजी में बढ़त के लिए निवेशक इस फंड को विकल्प के रूप में देख सकते हैं। आंकड़े बताते हैं कि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल रेगुलर सेविंग स्कोर्स इसके समकक्ष कंपनियों की तुलना में एसडब्ल्यूपी प्रदर्शन के रूप में ऊंचा रिटर्न दिखाता है।

 

एसडब्ल्यूपी पेआउट्स को अगर तीन, पांच और सात सालों की अवधि में देखें तो इस स्कीम ने सालाना 11.6, 12.5 और 10.8 फीसदी का यील्ड दिया है, जबकि इस कटेगरी में शीर्ष क्वार्टाइल फंड्स का सालाना यील्ड 10, 11 और 10 फीसदी उपरोक्त अवधि में रहा है। अगर निवेशक निवेश के तीन साल के बाद एसडब्ल्यूपी की शुरुआत करता है तो उसे इंडेक्शेसन लाभ का दावा करने में मदद मिलती है। एसडब्ल्यूपी का रिटर्न शुरुआती निवेश यानी एक लाख रुपये के निवेश पर आंका जाता है जो मासिक 1,000 रुपये पेआउट्स के रूप में होता है। यह फंड मुख्य रूप से इक्विटी में एक्सपोजर 11-17 फीसदी रखता है और लॉर्ज कैप वाले इक्विटी पर फोकस करता है।

 

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