दिल्ली में सफर करना होगा सुरक्षित, ऑटो और कैब में इस्तेमाल किए जाएंगे QR कोड्स

नई दिल्ली। दिल्ली परिवहन विभाग यात्रियों की सुरक्षा के लक्ष्य से एक सिस्टम पर कार्य कर रहा है। यह सिस्टम QR कोड पर आधारित होगा। इस सिस्टम की मदद से परिवहन विभाग शहर में चलने वाले ऑटोरिक्शा और कैब्स पर नजर रख पाएगा।

कैसे करेगा यह सिस्टम काम 
परिवहन विभाग के सीनियर अधिकारी ने बताया की- परिवहन विभाग द्वारा एक कंट्रोल रुम सेटअप किया जाएगा। इस कंट्रोल रुम का हेडक्वाटर सिविल लाइन्स में होगा। इस सिस्टम से ऑटोरिक्शा और कैब्स को ट्रैक किया जा सकेगा। इसे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लाया जा रहा है।

यात्रियों को करना होगा यह काम 
QR कोड के स्टिकर्स को कैब और ऑटोरिक्शा पर लगाया जाएगा। इससे यात्री ड्राइवर की डिटेल्स को अपने स्मार्टफोन पर एक्सेस करने के साथ-साथ किसी से शेयर भी कर पाएंगे। इसी के साथ उस परिवहन में इनस्टॉल किए गए जीपीएस की जानकारी भी यात्रियों को मिल जाएगी। ड्राइवर की डिटेल्स और जीपीएस खासतौर से महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए काम आएगा।

कितने ऑटो और कैब में है जीपीएस?
परिवहन विभाग के सीनियर अधिकार के अनुसार फिलहाल शहर में लगभग 90000 ऑटोरिक्शा और 60000 कैब्स चल रही हैं। इसमें से सिर्फ तकरीबन आधी संख्या के परिवहनों में ही जीपीएस मौजूद है। परिवहन में जीपीएस इनस्टॉल करने को अनिवार्य किए जाने के बाद विभाग को परिवहन के रूट को ट्रैक करने में आसानी होगी।

क्या होते हैं QR स्टिकर्स?
QR कोड स्टिकर्स टू-डायमेंशनल बारकोड होते हैं। इसमें प्रोडक्ट की डिटेल्स या जिसके ऊपर वो प्रिंट किए गए या चिपकाए गए हैं, उसकी डिटेल्स होती हैं।

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