शामली में मुठभेड़ में घायल सिपाही अंकित शहीद, परिवार को 50 लाख की आर्थिक मदद

शामली। कैराना के आतंक साबिर जंधेड़ी से मुठभेड़ में घायल सिपाही अंकित तोमर ने बुधवार की देर रात नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में अंतिम सांस ली। अंकित के भाई दानवीर तोमर व केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डॉ. सत्यपाल सिंह ने उनके शहीद होने की पुष्टि की।

शहीद सिपाही अंकित का पार्थिव शरीर शामली पुलिस लाइन पहुंच चुका है। अधिकारियों ने अंकित को श्रद्धांजलि दी। वहीं परिवार के लोग बोले कि अंकित की शहादत पर उन्हें गर्व है। शहीद हुए सिपाही अंकित तोमर का पार्थिव शरीर उसके पैतृक गांव वाजिदपुर में लगभग दस बजे तक पहुंचेगा काफी संख्या में भीड़ जमा हो चुकी है।

मंगलवार को साबिर से हुई मुठभेड़ में अंकित के सिर व छाती में गोली लग गई थी। दिमाग में गोली धंसने से वह कोमा में चले गए थे। उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया। देश के वरिष्ठ चिकित्सकों ने अंकित के बे्रन में धंसी गोली निकालने के लिए भरसक प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सके। अंकित ने रात 9.30 बजे आखिरी सांस ली। उधर, अंकित के शहीद होने की खबर से अंकित के गांव बागपत के गांव वाजिदपुर और पुलिस महकमे में शोक छा गया।

दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद सिपाही अंकित तोमर की वीरता और साहस की प्रशंसा करते हुए उनके परिजनों को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है। आर्थिक सहायता के रूप में 40 लाख रुपए शहीद की पत्नी व 10 लाख रुपए उनके माता-पिता को दिए जाएंगे।

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