दोस्त के घर के फ्रीज में मिली ‘उसकी’ की लाश, जानिये क्या है मर्डर मिस्ट्री का सच

नई दिल्ली । सैदुल्लाजाब इलाके में युवक की हत्या उसके दोस्त ने ही की थी व निर्ममता से शव को तीन टुकड़ों (सिर, धड़ व पैर) में काटकर फरार हो गया। ये टुकड़े आरोपी के कमरे में फ्रिज से बरामद किए गए। मामले की जानकारी शनिवार देर रात पुलिस को दी गई। पुलिस छानबीन कर रही है।

मृतक की पहचान विपिन चंद जोशी (29) के रूप में हुई है। आरोपी बादल मंडल फरार है। जानकारी के अनुसार महरौली थानाक्षेत्र के सैदुल्लाजाब में विपिन अपने छोटे भाई महेश चंद जोशी के साथ गली 1 में किराए पर रहता था।

दोनों भाई मूलरूप से कफौली गांव, जिला बागेश्वर (उत्तराखंड) के निवासी थे व यहां सालों से किराये पर रहते थे। कुछ ही दूरी पर विपिन का दोस्त बादल मंडल भी मकान नंबर-492 की दूसरी मंजिल पर किराये पर रहता था। विपिन व बादल साकेत स्थित एक ही बीयर बार में नौकरी करते थे।

विपिन के छोटे भाई महेश चंद जोशी (25) ने बताया कि उसने कई बार बादल से अपने भाई के बारे में फोन कर पूछा, लेकिन बादल उसे बरगलाता रहा, जबकि महेश को पड़ोसियों ने बताया था कि आखिरी बार विपिन और बादल गत सोमवार शाम (9 अकटूबर ) को एक साथ दिखे थे।

इसके बाद विपिन के लापता होने की सूचना परिजनों ने बुधवार को पुलिस को दी थी। शनिवार को विपिन की तलाश में उसके जीजा हरीश चंद जोशी बादल के रूम पर पहुंच गए।

कमरे फैला था खून, फ्रिज में मिला शव

विपिन के जीजा हरीश जब बादल के रूम पर पहुंचे तो वहां से बदबू आ रही थी। इसकी सूचना महरौली थाना पुलिस को दी गई। पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई तो हैरान रह गई।

कमरे में जहां-तहां खून बिखरा था। विपिन का कटा हुआ शव फ्रिज से बरामद किया गया। पास ही हत्या में प्रयुक्त एक बड़ा चाकू (चॉपर) भी पुलिस को मिला है।

दक्षिणी जिला पुलिस के अतिरिक्त उपायुक्त चिन्मय बिस्वाल के अनुसार हत्या में मामला दर्जकर फरार हत्यारोपी बादल मंडल की तलाश में जिला पुलिस की कई टीमें गठित कर दी गई हैं। पुलिस को आरोपी के पश्चिम बंगाल के अपने गांव भागने की आशंका है।

हत्या के कारणों का पता आरोपी के गिरफ्तार होने के बाद ही चल सकेगा। पुलिस सभी दृष्टिकोणों से जांच कर रही है। रविवार को शव का एम्स में पोस्टमार्टम करा कर अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया है।

वारदात से पहले दोनों ने की थी पार्टी

विपिन की हत्या से बादल ने उसके साथ उसी कमरे में पार्टी की थी। विपिन शाम के करीब 6-7 बजे पास के होटल से छह रोटियां लेकर उसके कमरे पर गया था। पड़ोस के लोगों का कहना है कि दोनों अच्छे दोस्त थे। इस तरह हत्या की बात से वे भी हैरान हैं।

इधर बिल्डिंग के गार्ड ने बताया कि बादल एक अक्टूबर को ही इस कमरे में शिफ्ट हुआ था। नौ अक्टूबर की शाम को वह एक अन्य व्यक्ति (संभवत: विपिन) के साथ कमरे पर आया था, लेकिन देर रात अकेले ही गया था। इस दौरान वह कई बार ऊपर-नीचे आया गया था।

बुधवार को दर्ज कराई लापता होने की शिकायत

विपिन के जीजा हरीश चंद जोशी ने बताया कि जब उन्हें पता चला कि विपिन लापता है तो वह अपने एक अन्य रिश्तेदार के साथ दिल्ली पहुंचे।

उन्होंने अपने स्तर पर काफी खोजबीन की, लेकिन जब वह नहीं मिला तो वह साकेत पुलिस चौकी पहुंचे, जहां से उन्हें महरौली थाना भेजा गया। यहां बीते बुधवार को उन्होंने पहली बार विपिन की लापता होने की शिकायत दर्ज करवाई।

एक ही बार में करते थे काम

विपिन ओर बादल साकेत स्थित एक ही बार में काम करते थे। वहां पहुंचने पर परिजनों को पता चला कि विपिन बीते 8 अक्टूबर की रात करीब डेढ़ बजे होटल से निकला था। हालांकि अपने कमरे पर वह सोमवार सुबह साढ़े सात बजे पहुंचा था।

वह कुछ रुपये लेकर दोबारा बाहर चला गया था। इसके बाद सुबह करीब साढ़े नौ बजे वह अपने छोटे भाई महेश से रास्ते में मिला था। महेश तब गुरुग्राम स्थित अपने होटल जा रहा था, जहां उसकी दिन की शिफ्ट में ड्यूटी थी।

दोनों की पत्नियां गईं हैं गांव

महेश ने बताया कि बादल अपनी पत्नी व दोनों बच्चों को दशहरे से पहले गांव भेज चुका है। वहीं, विपिन की पत्नी पूजा व डेढ़ साल की बेटी भी छह माह पहले उत्तराखंड स्थित गांव चले गए थे। पत्नियों के जाने के बाद दोनों अक्सर पार्टी किया करते थे।

महेश का कहना है कि सोमवार रात को ऐसा क्या हुआ, जिसके बाद बादल ने ऐसा घातक कदम उठाया यह रहस्य बना हुआ है।

फोन पर देता रहा गलत जानकारी

महेश ने बताया कि भाई के न मिलने पर उसने बादल को कई बार फोन किया। एक बार उसने बताया कि विपिन ऋषिकेश जाने की बात कर रहा था, फिर उसने बताया कि विपिन हरिद्वार गया है।

आखिरी बार जब बीते बृहस्पतिवार को बात हुई थी तो बादल ने बताया था कि वह अपने गांव आ गया है। 23 अक्टूबर को दिल्ली लौटेगा तो बात करेगा, जिसके बाद से बादल मंडल का फोन बंद जा रहा है।

News Source: jagran.com

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