अमेज़ॉन के “आई हैव स्पेस प्रोग्राम” ने इंदौर के प्रकाश की जिंदगी बदल दी

अमेज़ॉन के “आई हैव स्पेस प्रोग्राम” ने इंदौर के प्रकाश की जिंदगी बदल दीकी योजना रूपांतरकारी प्रोग्राम को मध्यप्रदेश के अन्य शहरों और कस्बों तक पहुंचाने की है l

इंदौर: मूनलाइट ड्राई क्लीनर्स के मालिक प्रकाश इंदौर में ड्राईक्लीनर स्टोर चलाते हैं। उन्हें अपने काम पर जाने  के लिए हर दिन 20 किमी सफर करना पड़ता था। उनका दिन तड़के 4 बजे शुरू होता था और घर लौटते-लौटते रात के 10 बज जाते थे। अपने इन सारे प्रयास के बावजूद उन्हें अपने खर्चों को पूरा करने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता था। इसी के चलते वह अपनी आय बढ़ाने के लिए मौके की तलाश कर रहे थे। इस मुकाम पर । अमेज़ॉन के “आई हैव स्पेस प्रोग्राम” ने इंदौर के प्रकाश की जिंदगी बदल दीण्पद के आई हैव स्पेस प्रोग्राम से उनके जुड़ाव ने उन्हें स्वतंत्र बनाया और अतिरिक्त आय अर्जित करने की उनकी क्षमता को बढ़ाकर उनकी जिंदगी को पूरी तरह बदल दिया। इस कार्यक्रम से उनकी मासिक आय दोगुनी से ज्यादा हो गई और आजकल उनका परिवार मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में काफी बेहतर जिंदगी जी रहा है।
अमेज़ॉन ने मध्यप्रदेश में 160 से ज्यादा आई हैव स्पेस स्टोर्स से साझेदारी की है। केवल एक साल में राज्य में स्टोर के कस्टमर्स के आगमन में 125 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

प्रकाश अमेज़ॉन के आई हैव स्पेस (आईएचएस) प्रोग्राम से मार्च 2017 में जुड़े थे। उन्होंने ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए ई-कॉमर्स के विकास का लाभ लेने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी। ड्राईक्लीनिंग बिजनेस से आय के अतिरिक्त प्रकाश का परिवार अब इस प्रोग्राम के माध्यम से 12 हजार से 18 हजार रुपये हर महीने कमाता है। आसपास के लोग उन्हें अमेज़न के पार्टनर के नाम से पहचानते है, जिसकी वजह से उनके स्टोर की आय भी बढ़ गई है।

मूनलाइट ड्राई क्लीनर्स के मालिक प्रकाश ने कहा, “आई हैव स्पेस प्रोग्राम के माध्यम से अमेजन ने मुझे अतिरिक्त आय अर्जित करने का एक सुनहरा मौका उपलब्ध कराया है। इस प्रोग्राम के माध्यम से मुझे अपने क्षेत्र में पहचान मिली है। इससे मेरे ड्राईक्लीनिंग स्टोर का कारोबार और भी बेहतर हो गया है।“
अखिल सक्सेना, वाइस प्रेसिडेंट, इंडिया कस्टमर फुलफिलमेंट, ।अमेज़ॉन के “आई हैव स्पेस प्रोग्राम” ने इंदौर के प्रकाश की जिंदगी बदल दी ने कहा, “यह देखकर काफी अच्छा लगता है कि हमने केवल अपनी पहुंच ही नहीं बढ़ाई और ज्यादा उपभोक्ताओं तक ही नहीं पहुंचे, बल्कि हमने देश भर में स्थानीय कारोबारियों को अपने प्लेटफॉर्म से लाभ लेने और नई ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए सशक्त किया है।“

आई हैव स्पेस (आईएचएस) प्रोग्राम के तहत अमेज़न इंडिया स्थानीय स्टोर के मालिकों से साझेदारी कर उन्हें अलग-अलग शहरों में उपभोक्ताओं को 2 से 4 किलोमीटर के दायरे में पिक अप और डिलिवरी सर्विस मुहैया कराता है। ये स्थानीय कारोबारी अपने क्षेत्र को अच्छी तरह पहचानते हैं और उनकी अपने पड़ोस में सामान की अच्छी तरह डिलीवरी करने और प्रॉडक्ट्स को प्राप्त करने में अच्छी साख रहती है। ।अमेज़ॉन ने इन स्टोर्स के मालिकों की क्षमता को काफी बेहतर ढंग से बढ़ाने में सफलता अर्जित की है, जिससे इन स्टोर मालिकों की आय तो बढ़ी ही है, उनके स्टोर्स पर ज्यादा कस्टमर भी पहुंचने लगे हैं। अगर औसत देखा जाए तो अमेज़न इंडिया स्टोर के साझीदार 30 से 40 पैकेज एक दिन में डिलीवर करते हैं, जिससे उन्हें हर डिलीवरी के लिए एक निश्चित रकम मिलती है।

अमेज़न इंडिया का आई हैव स्पेस प्रोग्राम उन सभी दुकानदारों के लिए है, जो पैदल या टु व्हीलर पर ग्राहकों को सर्विसेज देने में सक्षम है। इन दुकानदारों के पास आई हैव स्पेस का पार्टनर बनने के लिए केवल एक ही योग्यता होनी आवश्यक है कि उनके पास ऑफ या पीक आवर्स के दौरान स्थानीय लोगों को डिलीवरी करने के लिए पर्याप्त मैनपावर मौजूद हो और पैकेज को रखने के लिए स्टोर की सुविधा हो। मौजूदा समय में इस प्रोग्राम के तहत राशन टेलीकॉम, स्टेशनरी, केमिस्ट्स, जनरल स्टोर और दूसरे मॉडर्न ट्रेड आउटलेट्स जैसी कुछ सुविधाओं का नाम लिया जा सकता है। ।उं्रवदण्पद पर आई हैव स्पेस टीम इस काम में दिलचस्पी रखने वाले स्टोर मालिकों का इन पैमानों पर आकलन करती है। उसमें यह भी देखा जाता है कि उनकी अमेज़न के साथ साझेदारी करने की कितनी क्षमता है और इसमें अपने उपभोक्ताओं को अच्छी सर्विस देने की लगन या संस्कृति किस हद तक है।
एक बार स्टोर्स की पहचान होने के बाद अमेज़न अपने स्टोर पाटर्नर्स को प्रशिक्षित करते हैं और उनमें उपभोक्ताओं को मैनेज करने की क्षमता विकसित करने में मदद करते हैं। इसमें मुख्य रूप से उपभोक्ताओं के साथ बातचीत करने के तौर-तरीकों, उनकी ग्रूमिंग, सुरक्षा और उपभोक्ताओं को सकारात्मक अनुभव देने पर ध्यान केंद्रित दिया जाता है।

इस प्रोग्राम के तहत 225 शहरों के 17,500 स्टोर्स को कवर किया गया है, जिसमें मेट्रो शहरों के अलावा देहरादून, चंडीगढ़, अमृतसर, जोधपुर, अजमेर, कोटा, वडोदरा, भरूच, कोल्हापुर, बेलगांव, तिरुपुर, वारंगल, वेल्लौर, सलेम, गुंटूर, रायपुर, आगरा और देहरादून शामिल हैं। यह चैनल वहां अमेज़न लॉजिटिक्स की मात्रा का महत्वपूर्ण हिस्सा संभालता है, जहां यह मौजूद है और देश भर के लोगों की जिंदगी में बदलाव करते समय उपभोक्ताओं से किए गए वायदे को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

Comments are closed.